Online News Portal for Daily Hindi News and Updates with weekly E-paper

“भारत रेल सभी रेल लाइनों के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है”: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री ने निज़ामाबाद, तेलंगाना में लगभग 8000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण

204
Tour And Travels

नई दिल्ली,4 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निज़ामाबाद, तेलंगाना में बिजली, रेल और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 8000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। परियोजनाओं में एनटीपीसी के तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना के चरण-1 की 800 मेगावाट इकाई का लोकार्पण, मनोहराबाद और सिद्दीपेट को जोड़ने वाली नई रेल लाइन तथा धर्माबाद-मनोहराबाद और महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजनाएं सहित अन्य रेल परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत राज्य भर में 20 सघन देखभाल भवनों (सीसीबी) की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने सिद्दीपेट-सिकंदराबाद-सिद्दीपेट ट्रेन सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना किया।

उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आज की परियोजनाओं के लिए तेलंगाना के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र या राज्य का विकास बिजली उत्पादन के लिए उसकी आत्मनिर्भर क्षमता पर निर्भर करता है, क्योंकि यह एक साथ जीवन-यापन में आसानी और व्यापार करने में आसानी में सुधार लाता है। प्रधानमंत्री ने पेद्दापल्ली जिले में एनटीपीसी के तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना के चरण-1 की 800 मेगावाट इकाई के लोकार्पण के बारे में कहा, “बिजली की सुचारु आपूर्ति, राज्य में उद्योगों के विकास को गति देती है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दूसरी इकाई भी जल्द ही चालू हो जाएगी और इसके पूरा होने पर बिजली संयंत्र की स्थापित क्षमता बढ़कर 4,000 मेगावाट हो जाएगी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि तेलंगाना सुपर थर्मल पावर संयंत्र देश के सभी एनटीपीसी बिजली संयंत्रों में से सबसे आधुनिक बिजली संयंत्र है। प्रधानमंत्री ने कहा, “इस बिजली संयंत्र में उत्पादित बिजली का बड़ा हिस्सा तेलंगाना के लोगों को जाएगा।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जिन परियोजनाओं का केंद्र सरकार ने शिलान्यास किया है, उन्हें पूरा करना हमारी सरकार की प्रवृत्ति है। उन्होंने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला रखने को याद किया और आज इसका उद्घाटन करने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह हमारी सरकार की नई कार्य संस्कृति है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार तेलंगाना की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने हाल ही में हसन-चेरलापल्ली पाइपलाइन का लोकार्पण करने को याद किया। उन्होंने कहा, “यह पाइपलाइन लागत प्रभावी और पर्यावरण-अनुकूल तरीके से एलपीजी परिवर्तन, परिवहन और वितरण का आधार बनेगी।”

धर्माबाद-मनोहराबाद और महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजनाओं के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे राज्य में परिवहन संपर्क बढ़ेगा और साथ ही दोनों ट्रेनों की औसत गति भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा, “भारतीय रेल सभी रेलवे लाइनों के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है।” उन्होंने कहा कि मनोहराबाद और सिद्दीपेट के बीच नया रेल लिंक व्यापार और उद्योग को बढ़ावा देगा। प्रधानमंत्री ने 2016 में इस परियोजना की आधारशिला रखने को याद किया।

प्रधानमंत्री ने याद किया कि पहले कैसे स्वास्थ्य सेवा कुछ चुनिंदा लोगों के लिए थी। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और किफायती बनाने के लिए उठाये गये कई कदमों की जानकारी दी। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों और एम्स की बढ़ती संख्या के बारे में बात की, जिसमें बीबीनगर स्थित एक एम्स भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने पीएम आयुष्मान भारत अवसंरचना मिशन के बारे में जानकारी दी, जिसके तहत हर जिले में गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना सुनिश्चित की जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इसी मिशन के तहत तेलंगाना में 20 सघन देखभाल भवनों का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने बताया कि भवन इस तरह बनाए जाएंगे कि उनमें समर्पित आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन आपूर्ति और संक्रमण रोकथाम एवं नियंत्रण की पूरी व्यवस्था हो। उन्होंने कहा, “तेलंगाना में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए 5000 से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र पहले से ही कार्यरत हैं।” प्रधानमंत्री ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान तेलंगाना में 50 बड़े पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए, जिन्होंने बहुमूल्य जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बिजली, रेलवे और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आज की परियोजनाओं के लिए लोगों को बधाई देकर अपने संबोधन का समापन किया।

इस अवसर पर तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी तथा अन्य गणमान्‍य व्यक्ति उपस्थित थे।

पृष्ठभूमि
देश में बेहतर ऊर्जा दक्षता के साथ बिजली उत्पादन बढ़ाने के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप, एनटीपीसी की तेलंगाना सुपर थर्मल पावर परियोजना के चरण 1 की पहली 800 मेगावाट इकाई राष्ट्र को समर्पित की गई। यह तेलंगाना को कम लागत वाली बिजली प्रदान करेगी और राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। यह देश में सर्वाधिक पर्यावरण अनुकूल बिजली संयंत्रों में से एक होगा।

तेलंगाना की रेल अवसंरचना को बढ़ावा मिला, क्योंकि प्रधानमंत्री ने मनोहराबाद और सिद्दीपेट को जोड़ने वाली नई रेलवे लाइन और धर्माबाद-मनोहराबाद तथा महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजना सहित विभिन्न रेल परियोजनाओं का लोकार्पण किया। 76 किलोमीटर लंबी मनोहराबाद-सिद्दीपेट रेल लाइन क्षेत्र में, विशेष रूप से मेडक और सिद्दीपेट जिलों में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी। धर्माबाद-मनोहराबाद और महबूबनगर-कुरनूल के बीच विद्युतीकरण परियोजना से ट्रेनों की औसत गति में सुधार करने में मदद मिलेगी और क्षेत्र में पर्यावरण-अनुकूल रेल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने सिद्दीपेट-सिकंदराबाद-सिद्दीपेट ट्रेन सेवा को भी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे क्षेत्र के स्थानीय रेल यात्रियों को लाभ होगा।

तेलंगाना में स्वास्थ्य अवसंरचना का विस्तार करने के प्रयास में, प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत राज्य भर में 20 सघन देखभाल भवनों (सीसीबी) की आधारशिला रखी। ये सीसीबी आदिलाबाद, भद्राद्रि कोठागुडेम, जयशंकर भूपालपल्ली, जोगुलाम्बा गडवाल, हैदराबाद, खम्मम, कुमुराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, महबूबनगर (बड़ेपल्ली), मुलुगु, नगरकुर्नूल, नलगोंडा, नारायणपेट, निर्मल, राजन्ना सिरसिल्ला, रंगारेड्डी (महेश्वरम), सूर्यापेट, पेद्दापल्ली, विकाराबाद और वारंगल (नरसंपेट) जिलों में निर्मित किये जाएंगे। ये सीसीबी पूरे तेलंगाना में जिला-स्तरीय महत्वपूर्ण देखभाल अवसंरचना का विस्तार करेंगे, जिससे राज्य के लोगों को लाभ होगा।