रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए की ’14 मिनट की चमत्कारी सफाई’ योजना की शुरुआत
नई दिल्ली, 2अक्टूबर। केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘एक तारीख एक घंटा एक साथ’ के आह्वान से प्रेरणा लेते हुए आज सुबह हरियाणा के गुड़गांव रेलवे स्टेशन पर “स्वच्छता के लिए श्रमदान” में भाग लिया। वैष्णव ने रेल पटरी और स्टेशन परिसर की सफाई में हिस्सा लिया। गांधी जयंती से पूर्व आयोजित सफाई अभियान में रेलवे बोर्ड और उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
इसके बाद, रेल मंत्री गुड़गांव रेलवे स्टेशन पर 20977 अजमेर-दिल्ली कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस में दिल्ली कैंट तक के लिए सवार हुए। उन्होंने ट्रेन में साफ-सफाई के स्तर का निरीक्षण किया और यात्रियों से बातचीत की। दिल्ली कैंट स्टेशन पर केंद्रीय मंत्री के समक्ष ‘स्वच्छ वंदे वीरों’ द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस की “14 मिनट में चमत्कारिक सफाई” का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही उन्होंने देश भर में सभी वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाओं के लिए सफाई प्रक्रिया की शुरुआत की।
“14 मिनट की चमत्कारी सफाई” योजना में अनुशासन और सटीकता के साथ कोच की सफाई शामिल है। तेजी से सफाई करने वाले अभियान से वंदे भारत ट्रेनों के फिर-से-तैयार होने (टर्न-अराउंड) के समय में कमी आयेगी। इस प्रक्रिया में कोचों के आंतरिक और बाहरी हिस्सों की सूखी और गीली सफाई के लिए कोचों में कर्मचारियों की तैनाती तथा स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए कचरा बैग और कचरे के उपयुक्त डिस्पोजेबल को इकट्ठा करना शामिल है।
“14 मिनट की चमत्कारी सफाई” योजना के लॉन्च के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हमेशा हमें जनता तक सेवाओं को प्रदान करने में सुधार के लिए नए तरीके व उपाय खोजने के लिए प्रेरित करते हैं। श्री वैष्णव ने कहा, “हमने इस ‘स्वच्छता के नए संकल्प’ के साथ एक नयी प्रक्रिया शुरू की है, जो वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए फिर-से-तैयार (टर्नअराउंड) होने के समय में कमी सुनिश्चित करेगी।“ उन्होंने आगे कहा कि यह प्रक्रिया वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ शुरू की गई है और इसे धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि पूरे भारतीय रेलवे में स्वच्छता का प्रसार सुनिश्चित किया जा सके।
प्रत्येक वर्ष की तरह, इस साल भी रेल मंत्रालय 15.09.23 से 02.10.23 तक ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा’ (एसएचएस) मना रहा है और इस अभियान के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, जिसका उद्देश्य अधिक हरित और अधिक पर्यावरण-अनुकूल रेलवे प्रणाली को बढ़ावा देना तथा ‘स्वच्छ भारत’ सुनिश्चित करना है। इस वर्ष, एसएचएस अभियान के पहले 15 दिनों के दौरान, 2.19 लाख से अधिक लोगों ने लगभग 2050 गतिविधियों में भाग लिया है और ‘स्वच्छता’ के लिए 6,85,883 मानव-घंटे समर्पित किए हैं।
पहल की कुछ प्रमुख विशेषताओं में रेलवे परिसर से लगभग 105 टन प्लास्टिक हटाना और विभिन्न रेलवे प्रतिष्ठानों से लगभग 1085 टन स्क्रैप का संग्रह करना शामिल हैं। रेलवे पटरी के आसपास के क्षेत्र को खाली कराने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया। इस पहल के तहत भारतीय रेलवे द्वारा रेल पटरी की कुल 12,700 किलोमीटर की सफाई की गई।