नई दिल्ली, 1सितंबर। केंद्र की मोदी सरकार ने वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर एक कमेटी बनाई है। कमेटी का नेतृत्व पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे। रामनाथ कोविंद देश में लोकसभा और राज्यों में विधानसभा का चुनाव एक साथ कराने के तौर-तरीके पर काम करेंगे। पीएम मोदी साल 2014 से ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर जोर दे रहे हैं। पीएम मोदी का तर्क है कि अगर देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे तो इससे खर्च कम आएंगे. इससे सरकारी खजाने पर लोड नहीं पड़ेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा आने वाले 18 सितंबर को लोकसभा का सेशन है उसमें देखा जाएगा कि वन नेशन वन चुनाव होता है किस हिसाब से होता है।
सरकार द्वारा 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के एक दिन बाद यह कदम सामने आया है।सरकार ने हालांकि संसद के विशेष सत्र का एजेंडा घोषित नहीं किया है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने पर कई साल से दृढ़ता से जोर दे रहे हैं और इस संबंध में संभावनाओं पर विचार का जिम्मा कोविंद को सौंपने का निर्णय, चुनाव संबंधी अपने दृष्टिकोण के विषय में सरकार की गंभीरता को दिखाता है। नवंबर-दिसंबर में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके बाद अगले साल मई-जून में लोकसभा चुनाव हैं।सरकार के इस कदम से आम चुनाव एवं कुछ राज्यों के चुनाव को आगे बढ़ाने की संभावनाएं भी खुली हैं, जो लोकसभा चुनावों के बाद में या साथ होने हैं।