पंचायती राज संस्थान भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं: प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 18 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पंचायती राज संस्थान भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दादरा और नागर हवेली तथा दमण और दीव में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद की एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पंचायत लोकतंत्र के स्तंभ हैं। उनकी सरकार पंचायती राज संस्थानों को और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पंचायती राज संस्थान विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने की विशाल संभावना रखते है। उन्होंने भाजपा के जिला पंचायत के सदस्यों को विभिन्न विकास पहलुओं को जनांदोलन बनाने की दिशा में काम करने का भी आग्रह किया। उन्होंने भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रत्येक गांव, तहसील और जिले में विकास का दीप जलाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास भाजपा के लिए सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि यह इसे हर क्षण जी रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव जीतने के लिए ऐसा नहीं कर रही है, बल्कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने जिला पंचायत के सदस्यों से प्रत्येक वर्ष प्राथमिकता के आधार पर तीन परियोजनाओं के लिए बैठकें करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय निकायों के लिए कोष कई गुना बढ़ाई गई है और इसमें संसाधन की कोई बाधा नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले अनुदान 70 हजार करोड रुपये का हुआ करता था, लेकिन अब यह लाख करोड रुपये से अधिक है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने 30 हजार से अधिक जिला पंचायत भवनों का निर्माण किया है। उन्होंने परिसम्पत्ति सृजन के लिए मनरेगा बजट के हिस्से का इस्तेमाल करने की भी बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने गरीबों के लिए शौचालय का निर्माण करने और बैंक खाते खोलने का भी निर्णय लिया है। यह सम्मेलन दादरा और नागर हवेली तथा दमन और दीव में आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भाजपा के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी उपस्थित थे।