नई दिल्ली, 28 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत विश्व में सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए एक सशक्त ऊर्जा संवाहक के रूप में उभरा है। आज गुजरात के गांधीनगर में सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने विश्व के निजी उद्यमियों से भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग में निवेश के सही अवसर का लाभ उठाने को कहा।
चौथी औद्योगिक क्रांति की आधारशिला को भारत की आकांक्षाओं से जुड़ा बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थिर, उत्तरदायी, सुधार के लिए तत्पर सरकार, विस्तारित बुनियादी ढांचा और प्रौद्योगिकी विकास और व्यापक प्रतिभाओं ने, कोरोना महामारी के बाद, भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक विश्वसनीय साझीदार बनाया है।
सक्षम और सशक्त सेमीकंडक्टर व्यवस्था सृजित करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश में सेमीकंडक्टर विनिर्माण उद्योग लगाने वालों को पचास प्रतिशत वित्तीय सहायता दे रही है।
सरकार ने कुशल इंजीनियरों की तैयारी के लिए तीन सौ से अधिक शैक्षणिक संस्थानों की पहचान की है जो सेमीकंडक्टर क्षेत्र के अनुरूप पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का तेजी से विकास हो रहा है। पिछले नौ वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण और निर्यात में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि उद्योग अनुकूल नीतियों और बुनियादी ढांचा विकास ने गुजरात को सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए पसंदीदा स्थल बनाया है।
केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर उद्योग की व्यापक क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर विनिर्माण को बढावा देने के उपाय किए हैं। उन्होंने कहा कि हाल में बडे सेमीकंडक्टर उद्योगों के साथ किए गए तीन समझौतों से भारत को आने वाले दिनों में सेमीकंडक्टर केंद्र के रूप में उभरने में मदद मिलेगी। तीन दिन के सम्मेलन का आयोजन इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने किया है।
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चन्द्र शेखर भी उद्घाटन समारोह में मौजूद थे।