मणिपुर हैवानियत का मुख्य के मुख्य आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार , सीएम बीरेन सिंह पर लटकी इस्तीफे की तलवार
इंफाल, 20 जुलाई। मणिपुर में महिलाओं से हुई हैवानियत पर पूरा देश शर्मसार है। सोशल मीडिया से लेकर तमाम पार्टियों की तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस बीच पुलिस ने कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और गैंगरेप के मुख्य आरोपी को दबोच लिया है। इस शर्मनाक कांड के आरोपी खुयरूम हेरादास को थोबल से गिरफ्तार किया गया है। कुकी महिलाओं से हैवानियत का हिला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। राज्य में मई की शुरुआत से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। हालात पर काबू पाने के लिए सेना को भी भेजा गया है।
दो महिलाओं से बर्बरता का वीडियो वायरल
कुकी महिलाओं से बर्बरता का यह वीडियो चार मई का बताया जा रहा है। दो महिलाओं को भीड़ निर्वस्त्र करने के बाद सड़क पर घुमा रही है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं। इस बीच सरकार ने इस शर्मसार कर देने वाले वीडियो को ट्विटर या फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करने से रोकने का आदेश जारी किया है। मणिपुर में तीन मई को हिंसक घटनाओं की शुरुआत हुई थी। मैतेई और कुकी समुदाय के बीच ढाई महीने से हिंसक संघर्ष चल रहा है। चार मई को थोबल जिले में दो महिलाएं यौन उत्पीड़न का शिकार हुई थीं।
बीरेन सिंह से मांगा जा सकता है इस्तीफा
मणिपुर पुलिस का कहना है कि इस मामले में अपहरण, गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है। मणिपुर पुलिस का कहना है कि इस मामले में अपहरण, गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है। महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस मसले पर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से बात की है। सूत्रों के मुताबिक मणिपुर की घटना और सामने आए ताजा वीडियो के बाद बीजेपी आलाकमान बीरेन सिंह से नाराज है। बताया जा रहा है कि बीरेन सिंह की कुर्सी पर तलवार लटक रही है और उनसे इस्तीफा भी मांगा जा सकता है।
थोबल में क्या हुआ था?
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक कुकी-जोमी समुदाय की महिलाओं के साथ चार मई को मैतेई बहुत थोबल जिले में हमला हुआ था। 18 मई को कांगपोकपी जिले में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद 21 जून को एफआईआर दर्ज हुई थी। एफआईआर के मुताबिक तीन मई को हथियारबंद करीब एक हजार लोगों ने थोबल जिले के एक गांव पर हमला किया। लूटपाट के बाद घरों में आग लगा दी गई। एफआईआर में कहा गया है कि महिलाओं को निर्वस्त्र होकर चलने के लिए मजबूर किया गया। इस एफआईआर के मुताबिक जब पीड़िता के एक 19 साल के भाई ने विरोध का प्रयास किया तो भीड़ ने उसकी भी हत्या कर दी। गैंगरेप के बाद महिलाओं की भी भीड़ ने हत्या कर दी।
सरकार कार्रवाई करे नहीं तो हम करेंगे: CJI
इस बीच सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार इस मामले में उठाए गए कदमों से अदालत को अवगत कराएं। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का खुद से संज्ञान लेते हुए सुनवाई के लिए अगले शुक्रवार की तारीख तय की है। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, ‘मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है, वो वास्तव में परेशान करने वाला है। यह बिल्कुल अस्वीकार्य है, सांप्रदायिक झगड़े के क्षेत्र में महिलाओं को एक उपकरण के रूप में उपयोग करना। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे। अब समय आ गया है कि सरकार वास्तव में कदम उठाए और कार्रवाई करे। संवैधानिक लोकतंत्र में यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। यह बहुत परेशान करने वाला है।’