नई दिल्ली, 6जुलाई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने आज अपने पिता और नेता शरद पवार पर उनकी उम्र को लेकर कटाक्ष करने के लिए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार पर पलटवार किया. सुप्रिया ने मुंबई में बड़े ही बिंदास अंदाज में दहाड़ते हुए कहा, ”हमारा अनादर करें, लेकिन हमारे पिता (शरद पवार) का नहीं. यह लड़ाई भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ है. सुले ने कहा, बीजेपी देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है.
सुले ने कहा कि मूल राकांपा शरद पवार के साथ है और “असली प्रतीक हम हैं”. उन्होंने (BJP) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को ‘नेचुरल करप्ट पार्टी’ कहा था… लेकिन जरूरत पड़ने पर वे राकांपा से मदद लेते हैं. भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है और सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि अन्य लोग भी ऐसा कह रहे हैं.
सुप्रिया सुले ने एनसीपी (शरद पवार गुट) कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, किसी ने मुझसे कहा ‘एनसीपी का आईसीई हो गया’ – आईसीई का मतलब आयकर, सीबीआई और ईडी है.’
बता दें कि बांद्रा के एमईटी कॉलेज में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा, ”आपने मुझे सबके सामने खलनायक की तरह पेश किया. मेरे मन में अभी भी उनके (शरद पवार) प्रति गहरा सम्मान है…लेकिन आप मुझे बताएं, आईएएस अधिकारी 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं…राजनीति में भी – भाजपा नेता 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं. आप लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देख सकते हैं. ..इससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने का मौका मिलता है…आप (शरद पवार) हमें अपना आशीर्वाद दें.’
अजित पवार ने कहा, दूसरे दिन, वह वाईबी चव्हाण स्मारक गए…मैं भी वहां गया हूं…लेकिन आप 83 वर्ष के हैं, क्या आप रुकने वाले नहीं हैं? हमें अपना आशीर्वाद दें और हम प्रार्थना करेंगे कि आप लंबी उम्र जिएं. अजित पवार ने कहा कि राज्य के विकास और विधायकों के फंड के लिए उनके गुट ने बीजेपी से हाथ मिलाया है.
इस साल मई में शरद पवार ने घोषणा की थी कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देंगे, लेकिन बाद में विरोध के बाद उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा बंगले में 2017 में एक बैठक को याद करते हुए, अजीत पवार ने कहा, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं छगन भुजबल, जयंत पटेल के आदेश पर, मैं और कई अन्य लोग वहां गए थे.
शरद पवार ने अजित पवार गुट द्वारा राकांपा के चुनाव चिन्ह पर दावा करने के लिए निर्वाचन आयोग का रुख किए जाने पर कहा कि वह किसी को भी पार्टी का चुनाव चिन्ह छीनने नहीं देंगे.उनका कहना था, कुछ दिनों पहले उन्होंने (अजित पवार) मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का यह कहते हुए उपहास उड़ाया था कि इतने वर्षों में ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा था.लेकिन अब वे शिंदे के साथ चले गए हैं. पवार ने 1999 में राकांपा के गठन के समय जनता के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए कहा, आज हम भले ही सत्ता में न हों, लेकिन लोगों के दिल में हैं.