नई दिल्ली, 23 जून।केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि भारत अब खनिज सुरक्षा भागीदारी का नया साझीदार बन गया है। उन्होंने कहा कि इस भागीदारी का उद्देश्य विविध और सतत महत्वपूर्ण ऊर्जा खनिज आपूर्ति श्रृंखला में तेजी लाना है।
नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका यात्रा के दौरान रक्षा, सामरिक प्रौद्योगिकी में सहयोग और नवीनीकरणीय ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज सहयोग में भागीदारी सहित विभिन्न क्षेत्रों में निष्कर्ष को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि अमरीका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने भारत-अमरीका नई और उभरती नवीनीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी कार्रवाई मंच को वास्तविक रूप देने में सहायता की है। केंद्रीय मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह मंच हरित हाईड्रोजन, तट से परे और तट पर वायु और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग में तेजी लाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की इच्छा के मद्देनजर भारत ने विश्व की सबसे बडी हरित हाईड्रोजन की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्री ईरानी ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अन्तरिक्ष प्रशासन-नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन- इसरो मानव अंतरिक्ष उडान सहयोग के लिए सामरिक ढांचा इस वर्ष के अंत तक विकसित करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि संयुक्त भारत-अमरीका मात्रा समन्वय व्यवस्था, उद्योग, अकादमिक और सरकार के बीच सहयोग में सहायक होगी। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मात्रा प्रौद्योगिकियों के संयुक्त विकास और वाणिज्यिकरण के लिए 20 लाख डॉलर का अनुदान कार्यक्रम शुरू किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि माइक्रोन टैक्नोलॉजी इंक भारत में नई सेमीकंडक्टर संयोजन और जांच सुविधा विकसित करने के लिए आठ हजार दो सौ पचास लाख डॉलर का निवेश भी करेगा।