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ममता बनर्जी के मंत्री ने 2000 के नोट में दी आर्थिक मदद, भाजपा ने खड़े किए कई सवाल

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कोलकाता,07 जून।बालासोर ट्रेन हादसे जैसे बहुत ही सेंसटिव मामले पर भी नेता, राजनीति करने से बाज नहीं आते. पश्चिम बंगाल सरकार ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. लेकिन अब इसको लेकर भी राजनीति होने लगी है. पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्री ट्रेन हादसे के पीड़ितों को 2000 रुपये के नोटों में मुआवजा दे रहे हैं. जबकि हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर कर दिया था. हालांकि, इसके लिए सितंबर तक का समय दिया गया है.

ट्विटर पर अपलोड एक वीडियो में दिखाया गया है कि पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के एक पीड़ित परिवार को 2000 रुपये के नोटों में मुआवजा दिया गया है. इस वीडियो में परिवार के लोग 2000 रुपये के नोटों के बंडल हाथ में लिए दिख रहे हैं. मजूमदार ने ट्वीट कर लिखा कि इन लोगों को बालासोर ट्रेन हादसे में एक परिवाजन की मृत्यु के बाद यह मुआवजा दिया गया है.

बंगाली भाषा में किए गए च्वीट में लिखा गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर एक मंत्री ने तृणमूल पार्टी की तरफ से पीड़ित परिवार को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी. इस आर्थिक मदद का मैं स्वागत करता हूं. लेकिन साथ ही मेरा ये प्रश्न भी है कि इन 2000 के नोटों का स्रोत क्या है? ये कहां से आए हैं?

उन्होंने प्रश्न पूछा कि जब 2000 के नोटों को बैंक के जरिए बदलने की प्रक्रिया चालू है, तो क्या ऐसे में पीड़ित परिवारों को 2000 रुपये के नोट में आर्थिक मदद देना सही निर्णय है? इस समय मार्केट में 2000 रुपये के नोट की सप्लाई बहुत कम है और बैंकों में इसे बदलने की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में गरीब परिवारों को 2000 रुपये के नोट में आर्थिक मदद देकर क्या उनकी परेशानी नहीं बढ़ेगी. दूसरा प्रश्न यह है कि क्या यह टीएमसी द्वारा अपने कालेधन को सफेद करने का एक तरीका है?

बालासोर ट्रेन हादसे के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि जो लोग इस ट्रेन हादसे में मारे गए हैं, उनके परिजनों को बंगाल सरकार की तरफ से 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. घायलों के लिए 1 लाख के मुआवजे की घोषणा हुई थी. ज्ञात हो कि बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक माल गाड़ी की ओडिशा के बालासोर में बहंगा बाजार स्टेशन के पास टक्कर हो गई थी. यह दुर्घटना शुक्रवार 2 जून को शाम करीब 7 बजे हुई थी.

इधर भाजपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर इस रेल हादसे का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल सरकार पीड़ितों और उनके परिजनों को कोलकाता बुलाकर मुआवजे का चैक देना चाहती है, ताकि उस समय ममता बनर्जी राजनीतिक भाषण दे सकें. उन्होंने कहा, बालासोर हादसे के पीड़ितों को मुआवजे पाने के लिए कोलकाता आने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

ममता बनर्जी कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में पीड़ितों और उनके परिजनों को मुआवजे के चैक बेंट करेंगी. सुवेंदु अधिकारी ने आपदा के समय इस तरह से राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश को शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा, वह लोग अभी तक सदमे से उबरे भी नहीं हैं और उन्हें कोलकाता आने के लिए मजबूर किया जा रहा है.