नई दिल्ली, 03जून। भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्ते हमेशा से ही पारंपरिक रहे हैं। तालिबान के शासन ने पहले भी भारत ने अफगानिस्तान में बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बहुत काम किया। तालिबानी हुकूमत आने के बाद भी अफगानिस्तान की गरीब जनता को गेहूं भेजता रहा है। पहले पाकिस्तान के रास्ते गेहूं भेजा था, लेकिन इस बार कंगाल पाकिस्तान को दरकिनार करते हुए भारत ने अपने दोस्त ईरान के रास्ते अफगानिस्तान को भेजकर अपना गेहूं भेजने का वादा पूरा किया है। दरअसल, अफगानिस्तान में 1.9 करोड़ से ज्यादा लोग अन्न के अभाव से पीड़ित हैं। अफगानिस्तान में भुखमरी की स्थिति बनी हुई है।