दिनॉंक 3 मई 2023 को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ अनुसुईया उइके ने इन्ट्रेक्शन प्रोग्राम में लिया भाग
इम्फाल , 06 मई। दिनॉंक 3 मई 2023 को भारत के उपराष्ट्रपति माननीय जगदीप धनखड़ के साथ माननीय अनुसुईया उइके जी राज्यपाल मणिपुर ने इन्ट्रेक्शन प्रोग्राम जो कि मणिपुर यूनिवर्सिटी इंफाल में फेकेल्टी, साईटिस्ट, सेन्ट्रल इंस्टीटयूशन (मणिपुर यूनिवर्सिटी, रिम्स, एग्रीकल्चर, एन.आई.टी., आई.आई.टी, नेशनल स्पोर्टस यूनिवर्सिटी, इंस्टीटयूट आफ बायो रिसोर्सेस एण्ड सस्टेनेबल डेव्हलपमेन्ट, आई.सी.एस.आर., सी.एस.आई.आर.) एवं मास्टर क्राफ्ट पर्सन एवं नेशनल अवार्डी आफ हैण्डलूम-हैण्डीक्राफट, जी.आई. टैग्ड प्रोडक्ट आफ मणिपुर के साथ भाग लिया।
कार्यक्रम में डॉ. सुदेश धनखड़ जी, एन.वीरेन सिंह, मुख्यमंत्री मणिपुर शासन, बसंत कुमार सिंह, मंत्री, मणिपुर सरकार,एजुकेशन, ला एण्ड लेजिसलेटिव अफेयर, राजेश कुमार, चीफ सेक्रेटरी, मणिपुर शासन, प्रो. एन.लोकेन्द्र सिंह, वाईस चांसलर, मणिपुर यूनिवर्सिटी इंफाल, प्रोफेसर, सांइटिस्ट, क्राफ्टमेन, स्पोर्टर्स कोचेस, स्टूडेन्टस इत्यादि लगभग 500 व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने उदबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपील की कि युवा बेहतरी के लिए नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के क्रियान्वयन में सहयोग करें। उन्होंने आगे कहा कि एनईपी एक राष्ट्रीय नीति है जिसका उद्देश्य है युवाओं को उच्चतम स्तर पर लाना और निश्चित रूप से यह गेम चेंजर साबित होगा। हमारा राष्ट्रवाद समझौता से परे है। छात्रों को हमेशा अपनी योग्यता पर विश्वास करना चाहिए और उनके अपने सपने होने चाहिए।
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने अपने उदबोधन में मणिपुर में उप राष्ट्रपति का हार्दिक अभिनन्दन करती हॅूं। आभार व्यक्त करती हॅूं कि उन्होंने प्रदेश में आकर टीचर्स एण्ड स्टूडेन्टस से संवाद करने का अवसर प्रदान किया।
जबकि हम विश्वविद्यालय में बैठकर स्टूडेन्टस एवं प्रोफेसर्स के साथ बैठकर इन्ट्रेक्शन कर रहे हैं तो नेशनल एजुकेशन पालिसी एवं शिक्षा पर बात होनी चाहिए। हमारे प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी ने काफी सोच विचारकर और भविष्य की आवश्यकता और चुनौतियों को देखते हुए, चुनौतियों से कैसे निपटा जाएगा इस पर चिंतन किया।
जैसा कि हम सभी जानते हैं भारत शिक्षा एवं ज्ञान के क्षेत्र में प्राचीनकाल से ही सम्पन्न रहा है। भारत की गुरूकुल शिक्षा प्रणाली बहुत उत्कृष्ट व सम्पन्न थी जिसकी वजह से भारत ने विश्व को वेद, पुराण, शास्त्रों में सभी प्रकार की विद्या जैसे चिकित्सा, अस्त्र-शस्त्र, नीति शास्त्र, धर्म, अध्यात्म, पर्यावरण, सामाजिक, राज-काज शासन चलाने की नीति, न्याय सिद्धांत, सभी कुछ दिया है। किन्तु दुर्भाग्य से कुछ सदियों में इन सभी को नष्ट करने का प्रयास किया गया और इन्हें लुप्त कर दिया गया।
सरकार के एजेंडे में और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री की उल्लेखनीय पहल के तहत, मणिपुर यूनिवर्सिटी इंफाल हमेशा उच्चशिक्षा के प्रसार और संवर्धन के लिये प्रयासरत रही है।
उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर यूनिवर्सिटी में उपराष्ट्रपति जी की पहली यात्रा है। हम विश्वविद्यालय के लिए आपकी चिंता और लगाव को हृदय से स्वीकार करते हैं। मुझे विश्वास है कि आपके सुझाव एवं सहयोग से विश्वविद्यालय अपने विकास में उत्तरोत्तर प्रगति करेगा।
आप विश्वविद्यालय के लिए पूर्व से ही प्रेरणाश्रोत रहे हैं। हम सभी के लिए आपका अनुभव, ज्ञान एवं मार्गदर्शन उपयोगी सिद्ध होगा। आपकी यात्रा मणिपुर विश्वविद्यालय इंफाल के लिए एक सम्मान है, बल्कि नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 के इम्लीमेन्टेशन के लिए प्रभावशाली प्रयास के रूप में हमारे लिये प्रेरणा का श्रोत भी है।