लखनऊ , 28फरवरी।उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर का एक अपराधी अरबाज खान सोमवार को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. धूमनगंज के नेहरू पार्क के पास हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अरबाज खान को घायल अवस्था में पकड़ा था. हालांकि अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून को हाथ में लेने वाले किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा. बाकी बचे अपराधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मालूम हो कि साल 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. प्रयागराज में हुंडई क्रेटा एसयूवी की पिछली सीट से उतर रहे उमेश पाल की एक अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी. पाल को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे सात गोलियां मारी गई थीं.
हत्या के बाद उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने प्रयागराज पुलिस से संपर्क किया और प्राथमिकी दर्ज की. पूर्व सांसद अतीक अहमद के भाई, पत्नी शाइस्ता प्रवीण और उनके बेटों और कई अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी और विस्फोटक अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.
अतीक अहमद की पत्नी ने की सीबीआई जांच की मांग
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए जाने के बाद पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर घटना की सीबीआई जांच की मांग की है. पत्र में, परवीन ने दावा किया कि उसका और उसके परिवार का हत्या से कोई लेना-देना नहीं है. एक उच्च-स्तरीय जांच से सभी शक दूर हो जाएंगे. हत्या के मामले में अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, उनके दो बेटों और पत्नी शाइस्ता परवीन को आरोपी बनाया गया है. परवीन ने पत्र को मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी अपलोड किया है.
इस बीच, अतीक के वकील खान सौलत हनीफ ने दावा किया है कि पूर्व सांसद के दो बेटों की जान को खतरा है, इस चिंता को परवीन ने अपने पत्र में भी उजागर किया है. अतीक के दोनों बेटों को पुलिस हिरासत में रखा गया है. हनीफ ने आगे कहा कि पुलिस जेल में बंद अतीक और उसके भाई अशरफ को मारने की साजिश कर रही है.