नई दिल्ली ,21 फरवरी।भारतीय नौसेना का पोत सुमेधा एनएवीडीईएक्स 23 (नौसेना रक्षा प्रदर्शनी) और आईडीईएक्स 23 (अंतर्राष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी) में भाग लेने के लिए 20 फरवरी 2023 को संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी पहुंचा, जो 20 से 24 फरवरी 2023 तक आयोजित होना निर्धारित है। दो प्रमुख क्षेत्रीय नौसैनाओं द्वारा युद्धपोत की भागीदारी और रक्षा प्रदर्शनियां भारत के स्वदेशी पोत निर्माण की ताकत का प्रदर्शन करेंगी तथा माननीय प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को रेखांकित करेंगी।
आईएनएस सुमेधा स्वदेशी रूप से निर्मित सरयू श्रेणी के नौसेना अपतटीय गश्ती पोत (एनओपीवी) का तीसरा जहाज है और इसे 7 मार्च 2014 को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया था। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में स्वदेशी रूप से निर्मित आईएनएस सुमेधा हथियारों और सेंसर की एक प्रभावशाली सरणी से सुसज्जित है। यह एक हेलीकॉप्टर ले जा सकता है और लंबे समय तक परिचालन कर सकता है। आईएनएस सुमेधा अत्यधिक शक्तिशाली युद्धपोत है, जिसे विभिन्न परिचालन मिशनों के लिए तैनात किया जा सकता है। इसकी उत्कृष्ट क्षमता भारतीय नौसैन्य पोत निर्माण उद्योग की क्षमताओं का परिचय देती है। संयुक्त अरब अमीरात द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में आपसी भागीदारी भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच घनिष्ठ सामरिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को भी उजागर करती है।
जनवरी 2017 में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अबू धाबी के तत्कालीन क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात के वर्तमान राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ाया गया था। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जून 2022 में चौथी बार संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया ताकि संबंधों को और आगे भी उच्च स्तर पर ले जाया जा सके।
दोनों नौसेनाओं के बीच पारस्परिकता को बढ़ाने के उद्देश्य से भारतीय नौसेना तथा संयुक्त अरब अमीरात की नौसेना के बीच द्विपक्षीय अभ्यास जायद तलवार का उद्घाटन संस्करण मार्च 2018 में आयोजित किया गया था, जिसका पिछला संस्करण अगस्त 2021 में संचालित किया गया था। समुद्री सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारतीय नौसेना के जहाजों ने संयुक्त अरब अमीरात में नियमित पोर्ट कॉल किए हैं। आईएनएस सुमेधा की अबू धाबी में तैनाती उसी दिशा में एक कदम है।