भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार के निमंत्रण पर रॉयल मलेशियाई नौसेना के प्रमुख एडमिरल टैन श्री मोहम्मद रेजा बिन मोहम्मद सानी दिनांक 16 से 19 अगस्त 2022 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
इस यात्रा की शुरुआत राष्ट्रीय समर स्मारक पर एक पुष्पांजलि समारोह के साथ हुई, जहां मलेशियाई नौसेना प्रमुख ने भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। आधिकारिक कार्यक्रम शुरू होने से पहले साउथ ब्लॉक के भव्य लॉन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
एडमिरल मोहम्मद रेजा ने नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार से मुलाकात की और समुद्री क्षेत्र में चल रहे द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति पर चर्चा की । उन्हें भारतीय नौसेना द्वारा अपनाई जा रही विदेशी सहयोग गतिविधियों की विस्तृत श्रृंखला के बारे में भी जानकारी दी गई । दोनों सैन्य नेताओं ने द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग को और मजबूत करने के लिए अनेक नए रास्तों की पहचान की और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के लिए सामूहिक जिम्मेदारी के सिद्धांत को बनाए रखने के लिए अपने समर्थन के प्रति प्रतिबद्धता भी व्यक्त की।
इस यात्रा के दौरान एडमिरल मोहम्मद रेजा विदेश मंत्रालय और एनएससीएस के अन्य उच्च रैंकिंग वाले भारत सरकार के अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे। वह आई-डीईएक्स द्वारा सुगम अनेक भारतीय रक्षा उद्योग प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने के अवसर का लाभ भी उठाएंगे।
एडमिरल मोहम्मद रेजा कोच्चि में भारतीय नौसेना के प्रमुख गनरी ट्रेनिंग एस्टेब्लिशमेंट आईएनएस द्रोणाचार्य के गौरवशाली पूर्व छात्र हैं, जहां से उन्होंने 1990 में तोपखाना विशेषज्ञ के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी। एडमिरल मोहम्मद रेजा ने कोच्चि की अपनी यात्रा के दूसरे चरण के दौरान अपने अल्मा मेटर का दौरा करने के लिए समय निकाला है, जहां दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल एमए हम्पीहोली द्वारा उनकी मेजबानी की जाएगी।
भारतीय नौसेना और रॉयल मलेशियाई नौसेना के बीच द्विपक्षीय सहयोग प्रशिक्षण से लेकर संचालन तक व्यापक स्तर पर फैला हुआ है । दोनों नौसेनाओं ने हाल ही में 22 मई में द्विपक्षीय अभ्यास समुद्र लक्ष्मण और जून 22 में नौसेना से नौसेना स्टाफ वार्ता का समापन किया है । मलेशियाई नौसेना के जहाज केडी लेकिउ और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने इससे पहले दिनांक 22 फरवरी को विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित ‘मिलन’ में भाग लिया था।
मलेशियाई नौसेना प्रमुख की आधिकारिक यात्रा दोनों नौसेनाओं के बीच बढ़ते सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों के सकारात्मक प्रवाह को बनाए रखने की प्रतिबद्धता की एक और अभिव्यक्ति की प्रतीक है।