प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में किसानों के जीवन व कृषि क्षेत्र में आया हैं बदलाव- श्री नरेंद्र सिंह तोमर
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के प्रयासों से कृषि भवन, नई दिल्ली में डीडी-किसान के स्टूडियो की स्थापना संपन्न हुई है। इसका शुभारंभ आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे व श्री कैलाश चौधरी के साथ किया।
इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि कृषि मंत्रालय का बहुत व्यापक क्षेत्र है और देश में किसानों की बड़ी संख्या है, जिन तक डीडी न्यूज व डीडी किसान चैनल के माध्यम से अपनी बात आसानी से पहुंचाई जा सकती है।
“प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गत 8 वर्षों में किसानों के जीवन में बदलाव आया है और किसानी के क्षेत्र में भी आमूलचूल परिवर्तन हो रहा है। ऐसे समय में किसान टेक्नालाजी से जुड़े, वर्तमान परिवेश को पहचानें, महंगी फसलों की ओर जाएं व मुनाफे की खेती करें, इस दृष्टि से सरकार व किसानों के बीच ये चैनल एक सेतु का काम करता है,” उन्होंने कहा।
श्री तोमर ने कहा कि इस स्टूडियो की स्थापना से मंत्रालय की गतिविधियों, कार्यक्रमों व मिशन की अद्यतन जानकारी त्वरित गति से किसानों और अन्य हितधारकों तक पहुंचेगी। उन्होंने कृषि भवन में स्टूडियो खोलने के लिए दूरदर्शन व डीडी-किसान को धन्यवाद दिया।
किसानों के समावेशी विकास के लिए एक नई पहल के रूप में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 26 मई 2015 को किसानों के लिए डीडी किसान चैनल शुरू किया, जिसका उद्देश्य देश में कृषि और ग्रामीण समुदाय की सेवा करना तथा उन्हें शिक्षित कर समग्र विकास का वातावरण बनाने की दिशा में काम करना है। डीडी किसान के कुछ प्रमुख आंतरिक कार्यक्रम हैं- चौपाल चर्चा, किसान समाचार, गांव किसान, मंडी खबर, मौसम खबर, हैलो किसान लाइव (एक घंटे का फोन-इन लाइव), विचार-विमर्श (एक घंटे की पैनल चर्चा), छत पर बागवानी, गुलदस्ता-उत्तर पूर्वी राज्यों से, स्वस्थ किसान (एक घंटे का फोन-इन लाइव, पैनल डिस्कशन) पहली किरण (पूर्वोत्तर शोकेस), कृषि दर्शन (मुख्य कृषि), सरकार आपके साथ, बढ़ते भारत का नया किसान, अपना पशु चिकत्सक, कृषि विशेष। साथ ही, सरकार के प्रमुख ऐतिहासिक निर्णयों पर किसानों को सूचित करने और शिक्षित करने के लिए प्रासंगिक कार्यक्रम एवं पैनल चर्चा नियमित रूप से तैयार की गई है। पर्यावरण, कौशल विकास, क्षेत्र आधारित कार्यक्रमों के विषयों पर कुछ नए कार्यक्रम भी शुरू किए जा रहे हैं।