विद्यार्थियों से सदमार्ग पर चलने एवं किसी के साथ धोखा नहीं करने की प्रेरणा प्रदान की
केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा है कि लाडनूं का जैन विश्वभारती संस्थान एक विलक्षण विश्वविद्यालय है। यहां जीवन मूल्यों की शिक्षा दी जाती है और विद्यार्थियों के लिए आदर्श जीवन का मार्ग प्रशस्त किया जाता है। केन्द्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री, महाप्रज्ञ-महाश्रमण ऑडिटोरियम में आयोजित सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
यह समारोह उनके कुलाधिपति पद पर नियुक्त होने के बाद पहली बार विश्वविद्यालय पहुंचने पर आयोजित किया गया। उन्होंने गणाधिपति आचार्य तुलसी के जीवन संस्मरण और रेलयात्रा का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों से सदमार्ग पर चलने एवं किसी के साथ धोखा नहीं करने की प्रेरणा प्रदान की। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि वे केन्द्र सरकार द्वारा अच्छा प्रोजेक्ट इस विश्वविद्यालय को दिलवाएंगे। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री व कुलाधिपति मेघवाल को शॉल, प्रतीक चिह्न, साहित्य एवं नियुक्ति पत्र प्रदान करके कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़ व अतिथियों ने सम्मानित किया।
मूल्य केन्द्रित संस्थान
कुलपति प्रो. दूगड़ ने अपने सम्बोधन में बताया कि इस विश्वविद्यालय में प्रोफेशनल्स का ही नहीं बल्कि मानव का निर्माण किया जाता है। यह मूल्य केन्द्रित संस्थान है। यह विश्व में पहला विश्वविद्यालय है, जहां अनुशास्ता का पद वैधानिक तौर पर है और अनुशास्ता के रूप में धर्मसंघ के आचार्य विश्वविद्यालय पर अलुशासन का अंकुश रखते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के अब तक रहे कुलाधिपतियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि अर्जुनराम मेघवाल के नियुक्त होने से यह विश्वविद्यालय गौरवान्वित है। प्रो. दूगड़ ने विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यहां के 4 शिक्षकों को राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है। यहां के शिक्षक अमेरिका के विश्वविद्यालयों में स्थापित जैन चैयर में शिक्षण कार्य के लिए अमेरिका जाते रहते हैं। यहां के कुलपति रहे प्रो. रामजी सिंह को पद्मश्री अवार्ड से नवाजा जा चुका। योग एवं जीवन विज्ञान के विद्यार्थियों ने 7 विश्व-रिकॉर्ड बनाए हैं। यहां सैंकड़ों की संख्या में रिसर्च प्रोजेक्ट किए जा चुके हैं। प्रख्यात लेखक एवं प्रेरक वक्ता नन्दीतेश निलय ने अपने सम्बोधन में बताया कि यह अद्भुत विश्वविद्यालय है। अखिल भारतीय तेरापंथ युवा परिषद के अध्यक्ष पंकज डागा ने कुलाधिपति पद पर केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के पदभार ग्रहण करने पर विश्वविद्यालय की निरन्तर प्रगति की कामना की।
सदैव सहयोग को तत्पर है मातृसंस्था
जैन विश्व भारती के सहमंत्री जीवणमल मालू ने कार्यक्रम में मातृसंस्था की ओर से विश्वविद्यालय को सदैव अधिकतम सहयोग करते रहने की भावना प्रकट की। समारोह में जैन विश्वभारती के पूर्व अध्यक्ष श्री धर्मचंद लूंकड़ व समाजसेवी केवलचंद मांडोत चैन्नई विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचस्थ थे। समारोह के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर लाडनूँ नगर के गणमान्य जन एवं समस्त विश्वविद्यालय स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद रहे।