मई दिवस के अवसर पर भारत भर के युवा तीरंदाजों ने रविवार को खेलो इंडिया जोनल तीरंदाजी टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस मौके पर भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट में 4 जोनों के 600 तीरंदाजों ने भाग लिया। टूर्नामेंटों का आयोजन सोनीपत, इंफाल, कोलकाता, गुवाहाटी और औरंगाबाद में भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) में किया गया।
रिकर्व और कंपाउंड तीरंदाजों (पुरुषों और महिलाओं) ने साई एनसीओई में सीनियर, जूनियर और सब-जूनियर श्रेणियों में भाग लिया। एएआई ने साई के सहयोग से घरेलू स्तर पर प्रतियोगिताओं को बढ़ाने और व्यापक आधार पर जन भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ-साथ आस-पास के क्षेत्रीय राज्यों के इच्छुक एथलीटों को शामिल करने और प्रतिस्पर्धा की अनुमति देने के उद्देश्य से इन टूर्नामेंटों का आयोजन किया। प्रत्येक माह के पहले रविवार को खेलो इंडिया मासिक तीरंदाजी प्रतियोगिताएं आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है।
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने पिछले वर्ष नई दिल्ली में खेलो इंडिया महिला हॉकी लीग (अंडर 21) के शुभारंभ के दौरान इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन के महत्व का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा था कि इस तरह की प्रतियोगिताएं और प्रोत्साहन किसी भी एथलीट के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और अगर हम इनका आयोजन करते रहें, तो एथलीटों को न केवल एक वर्ष में कई बार खेलने का मौका मिलेगा बल्कि आगे आने वाले महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों के लिए भी तैयार करने के अवसर मिलते रहेंगे। साई ने इसी भाव को ध्यान में रखते हुए खेलो इंडिया लीग टूर्नामेंट का आयोजन किया है। श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं को अवसर प्रदान करने के लिए महासंघों को भी धन्यवाद दिया था।
पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता बोम्बायला देवी लैशराम, और अर्जुन पुरस्कार विजेता मंगल सिंह चंपिया सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति रविवार को साई कोलकाता केंद्र में सम्मानित अतिथि के रूप में टूर्नामेंट में उपस्थिति रहे। एएआई मिशन के ‘हर घर तीरंदाजी हर गांव तीरंदाजी’ को ध्यान में रखते हुए, टूर्नामेंट का मुख्य उद्देश्य घरेलू प्रतिस्पर्धाओं के साथ-साथ सामूहिक भागीदारी को बढ़ावा देते हुए तीरंदाजों को अवसर प्रदान करना है।
संबंधित राज्य संघों के समन्वय में खेलो इंडिया तीरंदाजी टूर्नामेंट (सीनियर, जूनियर और सब जूनियर) भी आयोजित किए जा रहे हैं और ये राज्य संघ टूर्नामेंटों को आयोजित करने में सभी तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रहे हैं।
कुल भागीदारी के आंकड़े:
एनसीओई सोनीपत (उत्तरी क्षेत्र): 190
एनसीओई कोलकाता (पूर्वी क्षेत्र): 75
एनसीओई औरंगाबाद (पश्चिम क्षेत्र): 151
एनसीओई गुवाहाटी (उत्तर-पूर्व क्षेत्र): 52
एनसीओई इंफाल (उत्तर-पूर्व क्षेत्र): 118