प्रथम पश्चिमी क्षेत्रीय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम “दिव्य कला शक्ति” का आयोजन मुंबई में किया गया।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 27 अप्रैल, 2022 को नेहरू सेंटर ऑडिटोरियम, वर्ली, मुंबई में पहली बार पश्चिमी क्षेत्रीय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम “दिव्य कला शक्ति: दिव्यांगता में क्षमताओं का प्रदर्शन” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, श्री भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल द्वारा सम्मानित अतिथि सुश्री अंजलि भवरा, आईएएस, सचिव और श्री राजेश कुमार यादव, आईएएस, संयुक्त सचिव, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार की उपस्थिति में शाम को 6.15 बजे नेहरू सेंटर ऑडिटोरियम, वर्ली, मुंबई-18 में किया गया। उद्घाटन समारोह की शुरूआत भारतीय सांकेतिक भाषा में भारतीय राष्ट्रगान से हुई। उसके बाद शास्त्रीय, लोक और आधुनिक शैली में नृत्य, संगीत, कठपुतली, कलाबाजी आदि के रूप में पंद्रह अनूठे कार्यक्रमों के माध्यम से मंच पर किए गए रंगारंग प्रदर्शन में 86 दिव्यांग बच्चों ने अपनी क्षमताओं का लगातार प्रदर्शन किया।
उद्घाटन समारोह के दौरान. महाराष्ट्र के राज्यपाल, श्री भगत सिंह कोश्यारी ने दिव्यांगजनों की प्रबल क्षमता के महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के बीच ‘दिव्य शक्ति’ और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। उन्होंने माता-पिता, शिक्षकों और संस्थागत समर्थनों की सराहना की जिन्होंने हमारे समुदाय और हमारे देश को विकसित करने के लिए दिव्यांगजनों के बीच ‘दिव्य शक्ति’ को एक शक्तिशाली उपकरण बनाया है। एक वीडियो रिकॉर्ड संदेश के माध्यम से डॉ वीरेंद्र कुमार, माननीय कैबिनेट मंत्री, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने दिव्यांगजनों की शक्ति के महत्व के बारे में बात की, जो हमारे राष्ट्र के विकास के लिए एक महान संसाधन साबित हो सकते हैं और कहा कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए, सुश्री अंजलि भवरा, सचिव, आईएएस ने सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एमएसजेएंडई), भारत सरकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘दिव्य कला शक्ति’ के बारे में बात की, जिसका आयोजन 2019 से देश के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय स्तर पर और देश के अन्य क्षेत्रों में किया जा रहा है, जो कि दिव्यांगजनों के बीच विश्वास में बढ़ोत्तरी कर रहा है। सुश्री अंजलि भवरा ने माता-पिता और शिक्षकों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए सराहना की।
इस आयोजन में पश्चिमी क्षेत्र के राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़, दमन और दीव से विभिन्न दिव्यांग बच्चों और युवाओं ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (दिव्यांगजन) द्वारा किया जा रहा है और अली यावर जंग नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पीच एंड हियरिंग डिसेबिलिटीज (दिव्यांगजन), मुंबई द्वारा इसकी मेजबानी की जा रही है। पश्चिमी क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित किए गए “दिव्य कला शक्ति” में सभी प्रतिभागियों को उनके प्रदर्शन के लिए मान्यता प्रमाणपत्र देकर कर उन्हें सम्मानित किया गया।