ईपीएफओ का अनंतिम पेरोल डेटा आज यानी 20 मार्च, 2022 को जारी किया गया है, जो इस बात पर प्रकाश डालता है कि ईपीएफओ ने जनवरी 2022 के दौरान कुल 15.29 लाख नए ग्राहक बनाए हैं। पेरोल डेटा की महीने-दर-महीने तुलना करने से दिसंबर, 2021 के पिछले महीने के दौरान शुद्ध परिवर्धन की तुलना में जनवरी, 2022 में 2.69 लाख ग्राहकों की वृद्धि का संकेत मिलता है।
महीने के दौरान बनाए गए कुल नए 15.29 लाख ग्राहकों में से, लगभग 8.64 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के सामाजिक सुरक्षा दायरे के तहत पंजीकृत किया गया है। लगभग 6.65 लाख ग्राहक इससे बाहर हो गए, किंतु अंतिम निकासी का विकल्प चुनने के बजाय ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता जारी रखते हुए ईपीएफओ में फिर से शामिल हो गए। पेरोल डेटा जुलाई, 2021 से बाहर किए गए सदस्यों की संख्या में गिरावट की प्रवृत्ति को भी दर्शाता है।
पेरोल डेटा की आयु-वार तुलना से पता चलता है कि 18-25 वर्ष के आयु वर्ग ने जनवरी 2022 के दौरान 6.90 लाख अतिरिक्त के साथ सबसे अधिक कुल नामांकन दर्ज किया है, जो कि महीने के दौरान कुल ग्राहकों की संख्या का लगभग 45.11 प्रतिशत है। इसके बाद 29-35 वर्ष के आयु वर्ग द्वारा सकारात्मकता दर्शाते हुए हुए लगभग 3.23 लाख नए नामांकन किए गए। यह इंगित करता है कि संगठित क्षेत्र के कार्यबल में रोजगार के इच्छुक बहुत से लोग पहली बार बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं और उपार्जन क्षमता के मामले में किसी व्यक्ति की क्षमता के लिए एक महत्वपूर्ण चरण का संकेत देते हैं।
पेरोल के आंकड़ों की राज्य-वार तुलना इस बात पर प्रकाश डालती है कि महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों के प्रतिष्ठान महीने के दौरान लगभग 9.33 लाख नए ग्राहक बनाकर सबसे आगे हैं, जो कि सभी आयु समूह में कुल नए पेरोल का लगभग 61 प्रतिशत है।
महिला-पुरुष के अनुसार किया गया विश्लेषण यह इंगित करता है कि माह के दौरान लगभग 3.20 लाख नया महिला पेरोल जोड़े गए। जनवरी, 2022 के दौरान महिला नामांकन का हिस्सा कुल ग्राहकों की संख्या का लगभग 21 प्रतिशत है, जो दिसंबर, 2021 के पिछले महीने की तुलना में कुल 57,722 नामांकन की वृद्धि सहित है।
उद्योग-वार पेरोल डेटा इंगित करता है कि महीने के दौरान ‘विशेषज्ञ सेवा’ श्रेणी (मानव शक्ति एजेंसियों, निजी सुरक्षा एजेंसियों और छोटे ठेकेदारों आदि) कुल ग्राहक वृद्धि का 39.95 प्रतिशत है। इसके अलावा, विशेषज्ञ सेवाओं, इंजीनियरिंग ठेकेदारों, व्यापार (वाणिज्यिक प्रतिष्ठान) और भवन एवं निर्माण उद्योग आदि जैसे उद्योगों मेंकुल पेरोल में वृद्धि की प्रवृत्ति देखी गई है।
डेटा निर्माण एक सतत प्रक्रिया होने के कारण पेरोल डेटा अनंतिम है, क्योंकि कर्मचारियों के रिकॉर्ड को अद्यतन बनाना भी एक निरंतर प्रक्रिया है। इसलिए पिछला डेटा हर महीने अपडेट किया जाता है। अप्रैल-2018 के महीने से, ईपीएफओ सितंबर, 2017 की अवधि को कवर करते हुए पेरोल डेटा जारी कर रहा है।
ईपीएफओ कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत शामिल देश के संगठित कार्यबल को भविष्य, पेंशन और बीमा निधि के रूप में सामाजिक सुरक्षा का लाभ प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आजकल सोशल मीडिया के व्यापक उपयोग के साथ, ईपीएफओ ग्राहकों की मदद करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए ट्विटर, व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी उपलब्ध है।