पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के तहत अरुणाचल प्रदेश में चांगलांग जिले के बोरदुमसा में महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) फेडरेशन की सफलता की कहानी
अरुणाचल प्रदेश में चांगलांग जिले के बोरदुमसा में जैस्मीन स्वयं सहायता समूह फेडरेशन की स्थापना वर्ष 2018 में पूर्वोत्तर क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबंधन परियोजना- एनईआरसीओएमपी के तहत की गई थी। जैस्मीन एसएचजी फेडरेशन में कुल 16 स्वयं सहायता समूह हैं। वर्ष 2019 में इस संगठन को परियोजना से आवश्यक निधि के रूप में 193,939/- रुपये प्राप्त हुए। इस राशि के साथ उन्होंने आय सृजन गतिविधियों (आईजीऐ) के तौर पर फूलों की खेती करना शुरू किया, क्योंकि उनके इलाके में कोई भी नर्सरी नहीं है।
फूलों की खेती के अतिरिक्त सुपारी की नर्सरी भी उनकी आमदनी की गतिविधियों का प्रमुख हिस्सा है। प्रत्येक एसएचजी सदस्य अपने लघु व्यवसाय के सुधार एवं विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रहा है। बेहद कम समय में इस नर्सरी ने स्थानीय आयोजनों में अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर खूब सफलता अर्जित की है और इस नर्सरी को इलाके में काफी पसंद किया जाता है। ग्राहक अब नर्सरी के उत्पाद और पौधे खरीदने के लिए राज्य के अलग-अलग हिस्सों से भी यहां आने लगे हैं।
एसएचजी फेडरेशन को अरुणाचल प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों जैसे कि राज्य स्थापना दिवस, ग्रामीण हाट, त्योहारों और प्रदर्शनियों आदि में एक बाजार लिंकेज के रूप में अपनी नर्सरी के उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिला है। वर्तमान में एसएचजी फेडरेशन के सदस्य अपनी पहल (नर्सरी) से अपनी आय सृजन गतिविधियों (आईजीए) द्वारा मिलने वाले लाभ से बहुत संतुष्ट हैं। अपने छोटे निवेश से फायदे के साथ उन्होंने प्रजातियों की अधिक विविधता को इसमें जोड़कर इस आय कार्यक्रम को और अधिक बेहतर बनाना शुरू कर दिया है।