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महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व की खनिज आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भरता हासिल करने के प्रयास

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ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, बोलीविया और चिली के प्राथमिक स्रोत राष्ट्र होने की संभावना
खान मंत्रालय ने राष्ट्र की खनिज सुरक्षा सुनिश्चित करने और महत्वपूर्ण व सामरिक महत्व वाले खनिजों के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड (नाल्को), हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) तथा मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमईसीएल) की सहभागिता के साथ खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड (केएबीआईएल) नामक एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनाई है। केएबीआईएल को लिथियम, कोबाल्ट आदि जैसे महत्वपूर्ण एवं सामरिक महत्व की प्रकृति की विदेशी खनिज संपत्तियों की पहचान और अधिग्रहण करना अनिवार्य है। आत्मनिर्भर भारत को अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह पहल महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे ई-गतिशीलता, नवीकरणीय ऊर्जा, चिकित्सा, एयरोस्पेस, विमानन आदि की आवश्यकताओं को पूरा करेगी।

मान्यता प्राप्त अध्ययन और चयन मानदंड के आधार पर चुनिंदा स्रोत देशों को विदेशों में खनिज संपत्ति अधिग्रहण की संभावनाओं की खोज के लिए चुना गया है। वर्तमान में खनिज बिदेश इंडिया लिमिटेड की भागीदारी ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, बोलीविया और चिली जैसे स्रोत देशों के साथ चल रही है, जो उद्धृत महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व के खनिजों से संपन्न हैं। संभावित खनिज क्षेत्रों के संबंध में उचित परिश्रम और निवेश के लिए निर्णय लेने में प्राथमिक रूप से राज्य के स्वामित्व वाले संगठनों के साथ सूचना साझा करने हेतु प्राथमिक इंटरफेस उन देशों में भारत के संबंधित दूतावास और मिशन ही रहे हैं।