दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के प्रवर्तन कार्य बल (ईटीएफ) ने 228 इकाइयों/साइटों को तत्काल बंद करने का आदेश दिया
आयोग द्वारा गठित 40 उड़न दस्तों (फ्लाइंग स्क्वॉड) का वायु प्रदूषण में योगदान देने वाले क्षेत्रों की एनसीआर इकाइयों में कठोर निरीक्षण, 7 दिसंबर तक 1215 संचयी निरीक्षण किए गए
आयोग द्वारा गठित 40 उड़न दस्तों (फ्लाइंग स्क्वॉड) का वायु प्रदूषण में योगदान देने वाले क्षेत्रों में एनसीआर की इकाइयों में कठोर निरीक्षण जारी है। आयोग का प्रवर्तन कार्य बल (ईटीएफ) दैनिक आधार पर फ्लाइंग स्क्वॉड की जमीनी स्तर की कार्रवाई और निरीक्षण रिपोर्ट की समीक्षा कर रहा है।
उड़न दस्ते विशेष रूप से इस बात की जांच करते हैं कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए आयोग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए विभिन्न निर्देशों और आदेशों का पालन किया जा रहा है अथवा नहीं, विशेष रूप से सर्दियों के महत्वपूर्ण महीनों के लिए किए जाने वाले उपाय, जिसमें केन्द्र और राज्य सरकारों की संबंधित एजेंसियों ने वैधानिक पर्यावरण नियम / विनियम और दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सामान्य अनुपालन स्तरों को संतोषजनक बताया गया और दिनों के साथ इसमें सुधार हुआ। हालाँकि, मुख्य रूप से औद्योगिक इकाइयों, निर्माण और विध्वंस परियोजना स्थलों, औद्योगिक स्थापना / वाणिज्यिक परिसरों और आवासीय सेट अप में डीजल जेनरेटर सेट के इस्तेमाल के कारण अभी भी सभी क्षेत्रों में गंभीर उल्लंघनों की जानकारी दी जा रही है।
भौगोलिक दृष्टि से, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में संबंधित अधिकार क्षेत्र में इस तरह के घोर उल्लंघन की सूचना मिली है, जिसमें दिल्ली के एनसीटी और हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के एनसीआर जिलों से क्रमशः 38, 48, 104 और 38 मामले दर्ज किए गए हैं।
निरीक्षण रिपोर्टों में दर्ज गैर-समानता / गैर-अनुपालनों की विस्तृत जांच और विचार-विमर्श के बाद प्रवर्तन कार्य बल (ईटीएफ) ने, वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए ऐसी इकाइयों को तत्काल बंद करने का निर्णय लिया, साथ ही यह पर्यावरण मानदंडों के उल्लंघनकर्ताओं के लिए एक मजबूत निवारक के रूप में कार्य करने का एक संकेत भी है।
7 दिसंबर, 2021 तक किए गए 1215 संचयी निरीक्षणों के संबंध में, विभिन्न क्षेत्रों में 228 इकाइयों / स्थानों से आयोग के निर्देशों / आदेशों का घोर उल्लंघन और निर्धारित मानदंडों का पालन न करने की सूचना मिली है। इनमें से 128 उद्योगों, 58 सी एंड डी परियोजना स्थलों और 42 वाणिज्यिक / आवासीय परिसरों में डीजल जनरेटर सेट बंद करने की पहचान की गई है।
न केवल घोर उल्लंघन करने वाली इकाइयों के संबंध में बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं, उड़न दस्तों ने ऐसे कार्यों को बंद करने पुष्टि की है और आयोग के अगले आदेश तक अब तक ऐसी 111 इकाइयों को बंद कर दिया गया है।