मंदी से बाहर निकली अर्थव्यवस्था, जीडीपी में वृद्धि दर अब पॉजिटिव है
वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था तकनीकी मंदी से बाहर निकल आई है। इस दौरान
जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 0.4 फीसदी की बढ़ोतरी हई है। जब लगातार दो ु तिमाहियों में अर्थव्यवस्था
घटती है तो तकनीकी तौर पर उसे मंदी कहते हैं। वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी -23.9% और
दूसरी तिमाही में -7.5% घटी थी। न्यू इंडिया समाचार के 16 से 31 दिसंबर के अंक में दिए साक्षात्कार में मखु्य
आर्क सलाहकार केव थि ी सब्रमु णियन ने तीसरे-चौथी तिमाही तक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के वापस पॉजिटिव
आंकड़े पर आने की बात कही थी। तीसरे तिमाही के जारी आंकड़ाें के अनसार क ु ृषि में 3.9 फीसदी, मैन्युफैक्चरिंग
में 1.6 फीसदी और निर्माण क्त्र में 6.2 फ षे ीसदी के बेहतर प्रदर्शन के कारण जीडीपी में वृद्धि संभव हो सकी है।
साथ ही बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगी सेवाओं में 7.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। दरअसल,
जीडीपी आर्क ग थि तिविधियों के स्तर को दिखाती है और इससे देश के आर्क थि विकास का पता चलता है।